Kho Gaye Hum Kahan Full Movie Review- Dec 2023

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"Kho Gaye Hum Kahan" निर्देशक अर्जुन वरैन सिंह है और यह मूवी डिजिटल पीढ़ी' की दुनिया के बारे में बताती है की किस तरह हम दूसरे की ज़िंदगी में इतना अधिक इंटरस्ट लेते हैं। हम सब सोशल मीडिया फेसबुक ,इंस्टाग्राम और दूसरे प्लेटफार्म पर अपनी लाइफ को कितना बोल्ड और कूल दिखाने की कोशिश करते हैं और हमारे बहुत दोस्त या फ्लॉवर्स हैं पर असल ज़िंदगी में हमारे १-२ दोस्त ही होते हैं या हम बहुत अकेले होते हैं।हम सोशल मीडिया पर दूसरों की लाइफस्टाइल देखकर खुद को उनसे कम्पेयर करते हैं की काश हमारी लाइफ भी ऐसी होती। हम लोग इस बनावटी ज़िंदगी जीने के चक्क्र में अपनी असली ज़िंदगी जीना भूल रहें हैं , यही इस मूवी में दिखाया गया है।

Kho Gaye Hum Kahan की कहानी में हमारा परिचय स्टैंड-अप कॉमेडियन इमाद अली (सिद्धांत चतुवेर्दी) से होता है, जिसके दो सबसे अच्छे दोस्तों, अहाना सिंह (अनन्या पांडे) और नील परेरा (आदर्श गौरव) हैं ,वे सभी सोशल मीडिया के इस हद तक आदी हैं कि वे इसे अपने ऊपर हावी होने देते हैं। वे सोशल मीडिया द्वारा बनाए गए जाल में कैसे फंस जाते हैं, यही कहानी का मुख्य सार है।

यह बचपन के मित्र हैं, व्यावहारिक रूप से हर समय एक साथ रहते हैं, एक-दूसरे का समर्थन करते हैं।इमाद (चतुर्वेदी) एक स्टैंड-अप कॉमेडियन है जो टिंडर का बहुत आदी है । इमाद अपनी सबसे अच्छी दोस्त अनाया के साथ रहता है, जो एक बिजनेस स्कूल पासआउट है और एक एमएनसी में काम करती है और हाल ही में उसका ब्रेक-अप हो गया था और वो उससे उबरने के लिए संघर्ष कर रही है। उनका दूसरा दोस्त, नील (गौरव) मुंबई के एक आलीशान जिम में जिम प्रशिक्षक है, जिसके पास मलायका अरोड़ा जैसे सेलिब्रिटी ग्राहक हैं। नील कुछ बड़ा करने और अपना खुद का कुछ शुरू करने का फैसला करता है, तो उसके दोस्त अनाया और इमाद उसका समर्थन करते हैं।

Kho Gaye Hum Kahan मूवी में दिखाया गया है की यह सोशल मीडिया पर काफी दिखावा करते हैं के यह अपनी लाइफ में बहुत खुश हैं और इनकी ज़िंदगी काफी मज़ेदार है , पर असल ज़िंदगी में देखने पर पता चलता है वह भीतर से खुश नहीं हैं। Kho Gaye Hum Kahan मूवी में दोस्ती की परिभाषा को दिखाया गया है, जो अपनी स्क्रीन के बाहर की दुनिया में पैर जमाने के लिए संघर्ष करते हैं।

कहानी में चतुर्वेदी को स्टैंड-अप कॉमिक के रूप में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका मिलती है, जो दूसरों के खर्च पर एक या दो चुटकुले सुनाने में तो ठीक है, लेकिन अपने स्वयं के मुद्दों को संबोधित नहीं करता है। अनन्या पांडे को ऐसी महिला के रूप में दिखाया गया है जिसके पास स्थिर नौकरी है और वो अपने पूर्व साथी के प्रति आसक्त है। आदर्श गोरव संघर्षशील नील के रूप में चमकते हैं जो अपने माता-पिता द्वारा दी गई मध्यवर्गीय परवरिश को छिपाने में बहुत व्यस्त है।
Kho Gaye Hum Kahan की कहानी मुंबई पर आधारित है, लेकिन शहर की भागदौड़ भरी ज़िंदगी इन दोस्तों पर हावी नहीं होती है। वह जोखिम लेने और अपना रास्ता तय करने के लिए तैयार हैं, भले ही उन्हें हर समय पारिवारिक समर्थन नहीं मिलता है। इस मूवी कैमरा वर्क बहुत अच्छा है। यह फिल्म केवल पात्रों के जीवन का कुछ हिस्सा दिखाती है, जैसे कि सोशल मीडिया और उसके लोग कैसे काम करते हैं। मूवी में विभिन्न पबों में प्रदर्शन किए गए स्टैंड-अप कॉमिक सेट, और इमाद और अनाया का आरामदायक अपार्टमेंट बहुत कमाल का दिखाया गया है जिसे निर्देशक ने कुशलता से बनाया है।

Kho Gaye Hum Kahan दो घंटे १५ मिंट की फिल्म है और फिल्म का लेखन, प्रदर्शन और निर्देशन इसे इस छुट्टियों में खास कहानी बनाता है। यह मनोरंजक है, वास्तविक है और आपको सोचने पर मजबूर करता है। अगर आप Kho Gaye Hum Kahan मूवी को देखना चाहते है तो नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।

Kho Gaye Hum Kahan Trailer